Monday 25 April 2016

देश प्रेम गीत भारत देश महान बना दो



संतों की पावन धरती को, वेद पुराणों की जननी को ,
सुंदर हिंदुस्तान बना दो, भारत  देश महान बना दो।
देश प्रेम बस एक धर्म हो, मानवता ही एक कर्म हो,
वैर-द्वेष समूल मिटा दो, भारत  देश महान बना दो।
मेरी एक पहचान बना दो, वो खोया सम्मान दिला दो,
सत्य, अहिंसा की पूंजी से हम सब को धनवान बना दो,
भारत  देश महान बना दो।
अमर लता सा प्रेम हो सब में, मुसकानों के फूल खिला दो,
न अपंग हो, न दबंग हो, प्रेम सुधा ऐसी बरसा दो,
भारत  देश महान बना दो।
झर झर करते झरनों में खुशबू हो गंगा जमुना की,
रंग बिरंगे फूल खिले हों उनपर गुंजन भँवरों की,
सबको सबका प्यार दिलाकर सुंदर गुलिस्ताँ बनादो,
भारत  देश महान बना दो।
हर आँगन में खड़ी हो सुरभि, हर द्वारे पे सजी हो तुलसी,
मन मंदिर मेँ देवालय हो, देवालय शिवधाम बना दो,
भारत  देश महान बना दो।
तन पवित्र हो, मन पवित्र हो, भारत का जन-जन पवित्र हो,
हर नारी में बस जाए सीता, हर नर को श्री राम बना दो,
भारत  देश महान बना दो।